कंगना ने सोशल मीडिया पर शेयर की कविता, बोलीं – मेरी राख को गंगा में मत बहाना..
कंगना रनौत ने कहा - मेरी राख को गंगा में मत बहाना, हर नदी सागर में जाकर मिलती है, मुझे सागर की गहराईयों से डर लगता है। मैं आसमान को छूना चाहती हूं, मेरी राख को इन पहाड़ों पर बिखेर देना, जब सूरज उगे तो मैं उसे छू सकूं।
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