मैं हमेशा शून्य से शुरू करता हूं
बालीवुड के सिने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि वे अपने दर्शकों को कभी हल्के में नहीं लेते हैं और यही कारण है कि उनका प्रयास हमेशा कुछ अलग दिखाने का होता है। इसके साथ ही अभिनेता ने कहा कि जिस दिन वे अपने दर्शकों को हल्के में ले लेंगे उसी दिन से उनके पतन की शुरुआत हो जाएगी।
दो दशक से अधिक के अपने करिअर में, सिद्दीकी ने लगभग हर फिल्म में प्रशंसा प्राप्त की है- जिसमें ‘ब्लैक फ्राइडे’ और ‘कहानी’ जैसी फिल्में उनके शुरुआती दिनों की है और इसके अलावा ‘गैंग्स आफ वासेपुर’, ‘बदलापुर’ और ‘फोटोग्राफ’ जैसी फिल्मों में अपनी दमदार भूमिका के बल पर सिने जगत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है ।
अभिनेता ने कहा कि वे कभी भी अपने दर्शकों को हल्के में नहीं लेते हैं और इसलिए जब भूमिका मिलती है तो उनका प्रयास हमेशा कुछ अलग दिखाने का होता है। उन्होंने कहा, ‘यदि आप अपने चरित्र को पर्याप्त चुनौतीपूर्ण बना रहे हैं तो यह आप पर है। यदि आप ऐसा कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप अब भी उत्सुक हैं। यह एक सतत प्रक्रिया है। जिस दिन मैं यह सोचकर प्रक्रिया को रोक देता हूं कि दर्शक मुझे वैसे भी प्यार करेंगे।
मैं एक महान अभिनेता हूं तो मेरा पतन शुरू हो जाएगा।’ अभिनेता ने कहा, ‘यहां, आप अपनी प्रशंसा सुन कर बहुत सहज हो जाते हैं, तो यह आपको थका सकता है। अगर मैं उस प्यार को और दर्शकों को हल्के में लेता हूं तो मैं खत्म हूं।’ क्रिकेट का हवाला देते हुए, सिद्दीकी ने कहा कि अगर कोई क्रिकेटर अपने आखिरी मैच में शतक लगाता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे अपना अगला शतक 100 से शुरू करना है। उन्होंने कहा, ‘वह भी शून्य से शुरू होता है। ऐसा ही अभिनय भी है। मेरी हर फिल्म, चाहे वह बड़े पर्दे की मसाला एंटरटेनर हो या तथाकथित कलात्मक फिल्में, मेरी प्रक्रिया वही रहती है मैं हमेशा शून्य से शुरू करता हूं।
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