वह मुझे रोज रुलाते फिर भी मैं साथ रहना चाहती थी- ऋषि कपूर के लिए बोली थीं नीतू कपूर, कुछ ऐसी थी शादी-शुदा जिंदगी
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर ऋषि कपूर ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई थी। 4 सितंबर, 1952 को मुंबई में जन्मे ऋषि कपूर ने फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था। हालांकि उन्हें असली पहचान फिल्म ‘बॉबी’ से ही मिलनी शुरू हुई थी। साल 1980 में ऋषि कपूर एक्ट्रेस नीतू कपूर के साथ शादी के बंधन में बंधे थे। इससे पहले वह कई सालों तक रिलेशनशिप में भी रहे थे। दोनों के रिश्ते में काफी उतार-चढ़ाव भी आए थे। एक्टर की बायोग्राफी में नीतू कपूर ने बताया था कि वह उन्हें रोज रुलाते थे, फिर भी वह उनके साथ रहना चाहती थीं।
ऋषि कपूर की बायोग्राफी ‘खुल्लम खुल्ला’ में नीतू कपूर ने अपने और एक्टर के रिश्ते के बारे में बात करते हुए कहा था, “मैं ऋषि कपूर को बहुत अच्छे से जानती थी। मैं उनके साथ रहना चाहती थी और उन्हीं के साथ एक परिवार भी बनाना चाहती थी। हालांकि मैं यह जानती थी कि वह शहर में सबसे ज्यादा परेशान करने वाले बॉयफ्रेंड हैं।”
ऋषि कपूर के बारे में बात करते हुए नीतू कपूर ने बताया था, “वह मुझे रोजाना रुलाया करते थे, लेकिन इसके बाद भी मैं उनके साथ रहना चाहती थी और उन्हें देखना चाहती थी। मैं इस बात को स्वीकार करती हूं कि उन्हें जानना आसान बात नहीं है। मुझे इस बात पर भी पूरा भरोसा है कि मैं इनसे अच्छे और बेहतर इंसान की कामना नहीं कर सकती थी।”
बायोग्राफी में ऋषि कपूर के बेटे रणबीर कपूर ने भी अपने माता-पिता की शादी-शुदा जिंदगी पर बात की थी। उन्होंने कहा था, “असल में कोई भी उतार-चढ़ाव हमें छू भी नहीं पाया। मेरी मां के लिए वह एक बहुत ही अच्छे पति थे। मेरे माता-पिता के बीच में लड़ाइयां होती थीं, झगड़े होते थे, लेकिन इन सबसे के बाद भी वह मेरी मां से बहुत प्यार करते थे।”
बता दें कि नीतू कपूर को डेट करने के वक्त ऋषि कपूर ने इस बारे में अपने परिवार से कुछ नहीं कहा था। हालांकि उनके पिता राज कपूर पहले ही सब भांप चुके थे। ऐसे में जब भी ऋषि कपूर के लिए कोई रिश्ता आता था, वह साफ तौर पर मना कर देते थे और कहते थे कि वह किसी और के साथ हैं।
The post वह मुझे रोज रुलाते फिर भी मैं साथ रहना चाहती थी- ऋषि कपूर के लिए बोली थीं नीतू कपूर, कुछ ऐसी थी शादी-शुदा जिंदगी appeared first on Jansatta.
from मनोरंजन – Jansatta https://ift.tt/2YqNQbr
No comments